Buddha Purnima:2024

भारत ही नहीं, तमाम देशों में लोग मनाते हैं बुद्ध पूर्णिमा, जानिए इस दिन का महत्‍व

वैशाख के महीने की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है. ये दिन भगवान बुद्ध को समर्पित है. आइए आपको बताते हैं इस दिन का महत्‍व और भगवान बुद्ध की बताई 4 पत्नियों वाली सीख जो आपको जीवन की सच्‍चाई से वाकिफ कराती है. वैशाख के महीने की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है. शास्‍त्रों में ये दिन बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन गंगा स्‍नान, दान, ध्‍यान वगैरह किया जाता है. तमाम लोग व्रत रखते हैं. बौद्ध धर्म के अनुयायी इस त्‍योहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं. वहीं हिंदुओं में भी इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा होती है क्‍योंकि गौतम बुद्ध को विष्‍णु जी का अंशावतार माना गया है. आइए आपको बताते हैं इस दिन का महत्‍व और भगवान बुद्ध से जुड़ी खास बातें. Happy Buddha Purnima Messages:

आज बुद्ध पूर्णिमा है. इसे वैशाख पूर्णिमा के तौर पर भी जाना जाता है. मान्‍यता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्‍म एक राजघराने में राजकुमार सिद्धार्थ के रूप में हुआ था. कहा जाता है कि सिद्धार्थ के जन्‍म के समय ही ये भविष्‍यवाणी कर दी गई थी कि आगे चलकर ये बच्‍चा कितना बड़ा संत बनेगा. 35 वर्ष की आयु में उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध बने. बौद्ध समुदाय को मानने वाले बुद्ध पूर्णिमा को धूमधाम से मनाते हैं. सुबह से ही सोशल मीडिया पर बधाई देने वाले मैसेज आना शुरू हो जाते हैं. आज 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर अगर आप भी करीबियों को शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो यहां दिए जा रहे संदेशों के जरिए दे सकते हैं. 

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Buddha Purnima 2024: ये हैं बुद्ध से जुड़ी हुई 5 जगहें, जरूर घूमिए यहां

भगवान बुद्ध नेपाल में पैदा हुए और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति भारत में हुई. बिहार और यूपी में बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई कई जगहें हैं. गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे.

Buddha Purnima 2024: ये हैं बुद्ध से जुड़ी हुई 5 जगहें, जरूर घूमिए यहां

Buddha Purnima 2024: देशभर में आज धूमधाम से बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है. लोग गंगा स्नान और दान-पुण्य कर रहे हैं. बौद्ध धर्म के अनुयायी इस त्‍योहार को धूमधाम से मनाते हैं. हिंदू इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. भगवान बुद्ध का जन्म बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही हुआ था. मान्यता है कि उन्‍हें बुद्धत्व की प्राप्ति भी इसी दिन हुई थी. वैशाख पूर्णिमा के दिन ही कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण भी हुआ था. हिंदू मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने अपना 9वां अवतार बुद्ध के रूप में लिया था. आइए जानते हैं कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन आप गौतम बुद्ध से जुड़े हुए किन-किन जगहों की सैर कर सकते हैं. गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे. उनका जन्म नेपाल के लुंबिनी में इसी दिन हुआ था. बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार भी माना जाता है. 563 ईसा पूर्व शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में पैदा हुए गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था. उन्होंने विवाह के बाद अपने नवजात शिशु राहुल और पत्नी यशोधरा को त्याग दिया था. सालों की कठोर तपस्या के बाद गौतम बुद्ध को बिहार के बोध गया में स्थित बोधी वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.

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